अकलऊँ गरीबी भाग गी
एक भोपारी हो वींके च्यार बेटा हा, वाँका भोपार में एक दाण घाटो आग्यो हो अन वो गरीब वेग्यो। कांकी भोपार में हारई भक ग्या हा। वीं भोपारी का फोरा बेटा की भू बापू ने एक सल्ला दिदी, वीं क्यो के आजऊँ आपाँ सब जणा भेळा रेबा लाग जावाँ। भोपारी वीने मान ग्यो