खार
मनक मनक ने, नी छावे आमा-हामा रीस करे।
यो जमानो कई आयो हे ज्यो ये खार करे।
भई-भई ने नी छावे माँ-बाप ने खावे।
आमा-हामा फरी बाताँ पे भचेड़ा खावे।
काम करे खोटा लोब घणो आवे।
अटनू-अटने फरे फरतो मनकाँ ने लूट लावे।
हाँच-जूट को पार कोनी मनकाँ ने डापा में नाके।
लोगाँ का घर ने डुबान खुद ने लकपती कर नाके।