एक दाण एक राजा हा, वाँके खोज जारर्यो हो, वाँके तीन राण्या ही पण वाँके बाळ-बच्या ने व्या हा। राजा एक दम उदास रेता हा। एक दन वाँके घरे एक माराज आया हा, वाँ राजा ने क्यो के राजा आपके बाळ बच्या कुईने हे। राजा बी क्यो के कोने हुकम! माराज क्यो के राजा कदी भगवान ने आद किदा कई, राजा क्यो के कुईने। माराज क्यो के आज मूँ भगवान ने आद करो अन थाँकी माया को तीजो बण्ट दान करो। एक साल में थाँके छोरा को जनम वेई अन मूँ एक साल में पाचो आऊँ, जतरे थाँके बाळक लादी। माराज तो पराग्या अन राजा माराज क्यो उस्यान किदो हो, राजा के फोरी राणी के गरब रयो अन वींके एक बेटो जनम लिदो हो। राजा घणा राजी व्या हा। एक साल केड़े वे माराज वीं गाम में आया अन राजा ने खबर मली के माराज गाम में आया तका हे। वे तीनी राण्याँ ने लेन राजा वाँ माराज ने लेबा ग्या अन वाँ माराज ने वाँका मेलाँ में लाया अन वाँ घणी आव भगत कीदी ही।
ईं बाते क्यो के दान मूँ ईं संसार में मोटो कई कुईने हे।
प्रसन-1. राजा के कई दुक हो, ज्यो वे दुकी रेता हा?
2. वाँके घरे कुण आया अन वाँने कई क्यो हो?
3. माराज वाँ राजा ने दान करबा की क्यो, तो वाँके कतरा दना केड़े बाळक जनम्यो हो?
ईं केणीऊँ भणबा वाळा मनकाँ ने कई अकल मले लिको —