अरे मारे लारे लारे चाल बनी चाल सटके, तूँ छेटी कईंया चाले मासे दूर हटके।
मूँ थारो बनड़ो थूँ मारी लुगाई, पक्‍को हे परमिट पछे थने डर हे काँई।
मारी तीतरी थारा पे यानें डर अटके, तूँ छेटी कईंया चाले मासे दूर हटके।
थने दिकादू दिल्‍ली ए आगरो, जेपर की चूनड़ थारे रेसम को गागरो।
थोड़ो उँचो लेले गोरी यो पगाँ में लटके, तूँ छेटी कईंया चाले मासे दूर हटके।
बनी थारी परीत मने नागण सूँ डसगी, भोळी सूरत मारे काळजा में बसगी।
थने ने देकू तो मनड़ो गणो ही भटके, तूँ छेटी कईंया चाले मासे दूर हटके।
सुणो बना सा मारो मन घणो डोले, बाजाराँ बेटा छोरा आवारा नाळे।
मारा बना सा, मारा परण्‍योड़ा बार बार मने मती के, तूँ छेटी कईंया चाले मासे दूर हटके।
में हूँ बनी थारा लारे कईंया गबरावे, माता केसीट माई काळू ऊँ गावे।
गोरी गळिया में, गण्‍डक घणाई भसे, तूँ छेटी कईंया चाले मासे दूर हटके।
अरे मारे लारे-लारे चाल बनी चाल सटके, तूँ छेटी कईंया चाले मासे दूर हटके।