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चेलो ज्ञान ने हींक सक्यो

एक दाण एक माराज हा वांका आसरम में भणबा वाळा बाळकां की भीड़ घणी वेगी ही ईं बाते वांने माराज भगवान का नाम लेबा में कम ध्यान लागबा लागग्यो हो अन आकुई दन आसरम की देक रेक में निकळ जातो हो। एक दन माराज एक नेम बणायो हो के आजूँ सब बाळक आपणा-आपणा घरे परा ज

गरूजी का बचनऊँ राजा की दरपणी मटगी

एक दाण एक राजा हा वांका राज में कणी बात की कमी ने ही धन दोलत, ठाट-बाट हा, पड़ोसी राजाऊँ बी हऊ रेता हा। पण वांका मन में तो बी दरपणी रेती ही वे होचता के कोई बारलो मनक मने मार ने नाके। एक दन राजा वाँका मेलाँ में हुत्ता हा अन ईं दरपणी का मार्या होचरिय

गरूऊँ बडकर ओरी कई गेलो कोइने

एक दाण एक माराज हा वां माराजऊँ जोबी मनक धोग लागतो हो माराज वीने केता हा के जा थारी पेरवी मूँ करूँ। एक दाण एक मोट्यार वां माराज नकूँ ईं सवाल को उत्तर जाणबा की किदी ही। वाम माराज वीं मोट्यार ने क्यो के मूँ भगवान की कोरट में भगत अन भगवान का बचे बकील

खुद ने बस में राकबाऊँ हाँच मले

एक माराज हा घणा ज्ञानी हा वे वांका नके कोई बी जातो हो वो कदी उदास वेन ने जातो हो। एक दन वां माराज नके एक मनक आयो हो वो वाँ माराजऊँ घणी देर तक दोई जणा ज्ञान की बाताँ किदी।पछे वीं मनक माराज ने क्यो के माराज "मूँ आजकालाँ एक भरम में पड़्यो तको हूँ। मू

काम करबाऊँ होरा रेवे

एक दाण ती बोपारी एक राजा का राज में ग्या हा, वे राजा ने जान क्यो के हजूर माने आपका राज में लूट लिदा माका आपका राज में बोपार करबा ने आया हा। राजा वां बोपारियाँ की बात हुणन क्यो के थाँने मारा राज में लूट लुदा हे तो थाँकी अबकई में मूँ थाँकी मदत करूँ।

करम अन भाग एक दूजा बना अदूरा हे

एक माराज का आसरम में एक चेलो केवे के करम करे वो मोटो वेवे जतरे दुजो चेलो क्यो के कोइने भाग मोटो वेवे। माराज बी होच्यो के अबे यांको फेसलो करणो पेड़ी माराज वांने क्यो के काले आज्यो पाचा। माराज दूजे दन दोई चेला ने एक च्यारूँ मेरऊँ बन्द घर में लेजान ब

अकलऊँ गरीबी भाग गी

एक भोपारी हो वींके च्यार बेटा हा, वाँका भोपार में एक दाण घाटो आग्यो हो अन वो गरीब वेग्यो। कांकी भोपार में हारई भक ग्या हा। वीं भोपारी का फोरा बेटा की भू बापू ने एक सल्ला दिदी, वीं क्यो के आजऊँ आपाँ सब जणा भेळा रेबा लाग जावाँ। भोपारी वीने मान ग्यो