एक दाण एक माराज हा वां माराजऊँ जोबी मनक धोग लागतो हो माराज वीने केता हा के जा थारी पेरवी मूँ करूँ। एक दाण एक मोट्यार वां माराज नकूँ ईं सवाल को उत्तर जाणबा की किदी ही। वाम माराज वीं मोट्यार ने क्यो के मूँ भगवान की कोरट में भगत अन भगवान का बचे बकील को काम करूँ। पेली मूँ भगवान को कानून भणूँ अन पचे भगत की पेरवी करूँ अन भगत का खास गवा पेदा करूँ अन भगताँ का मुगदमा ने जीतऊँ। उटे ऊबा सब जणां मनक ने वाँका हबाव बताया जींको सार योइस हो के वींने वाँको चेलो बणा नाक्यो हो। माराज वीं मट्यार ने पूरी बात बतावा का बाते एक केणी हुणई ही। वा माराज क्यो के एक दाण एक वकील का नके एक मनक मुगदमा का कागद लेन ग्यो हो कागद देकतई क्यो थूँ आरामूँ जीती। यो हूणन वो मनक जाबा लागो हो। वकील वीं मनक ने जाबा का बाते पूछ्यो हो तो वीं क्यो के ये कागद मारे हामली पालटी का हे। वकील वींने रोक्यो अन वींका कागद देक्या अन क्यो थूँ आरामूँ जीती। वो मनक डापा में पड़ग्यो हो पण वकील क्यो के ज्यो वकील हूँस्यार वेवे वो हर मुगदमो जीत सके। वो मनक वीं वकील ने मुगदमो हूँप नाक्यो हो अन वो जीत ग्यो हो। केणी हुणान क्यो के अस्यानीस मूँ भगवान का उटे हऊ अन बूरा दोई तरे का भगतां की पेरवी करूँ कां की वांने हारई वांकी करपा मले। वो मनक वां माराज की सब बात हमज ग्यो हो। ईं को सार योइस हो के बना गरू हऊँ गेलो ने मल सके।