एक दाण एक गाम में तीन मनक हा, वे तीनी आतरा पे जार्या हा। वे तीनी गेला में एक बरला की छायाँ में रेमो लेबा का बाते रुक्या, गेला में वाने रात भी पड़गी ही। वाँ तीना में एक फेसलो व्यो हो, के वे दो जणा हूई अन एक जणो नंगे राकी, जतरे दुजो ऊट जई। वे दो जणा हुग्या हा अन एक जणो नंगे राकर्यो हो। जतरेक वीं बरला पूँ एक भूत ऊतरयो अन वाँ वींने क्यो के मूँ थने तो ने खऊँ पण याँने दोयाँ ने तो खाऊँ। वीं क्यो के मूँ जतरे याँकी नंगे राकर्यू हू, उतरे तो थने ने खाबा दूँ। वीं क्यो के मूँ तो खाऊँ, वीं मनक ने नीन्द आगी ही अन वो वीं भूत मूँ लड़बा लागग्यो हो। पण भूत वीं मनक ने घणो कुट्यो अन वो मनक बेहोस वेग्यो हो। एक पग खतम वेग्यो अन भूत गम ग्यो हो। दुजो मनक ऊट्यो अन वो देक्यो के वो पेलो मनक बेहोस वेन पड़यो हो। वो बी नंगे राकबा लागग्यो हो, जतरे वो भूत दूजा पेर में पाचो आयो अन वीं मनक ने क्यो के मूँ याँ दोयाँ ने खाऊँ वींने बी रीस अई अन वो वीं भूतऊँ लड़बा लागग्यो हो। भूत वीं मनक को बी वुईस हाल कर नाक्यो हो, ज्यो वीं पेल्याँ वाळा को किदो हो। जतरे वीं तीजा मनक ने बी ऊटाण नाक्यो अन वो वीं भूत वाळी बात केवे-केवे जतरे वो बी बेहोस वेग्यो हो। वीं मनक ने होस आयो अन बेटो व्यो जतरे वो भूत पाचो आयो हो, वीं भूत वीं मनक ने क्यो मूँ याने खाऊँ। जतरे वीं क्यो के मारे कसरत की टेम वेगी हे अन मूँ तो कुस्ती केरूँ, भूत ने रीस अई तो वो भूत फोरो फोरो वेवे वीं भूत ने ओरी रीस अणई ही। भूत ने ओरी हेली रीस अई अन वो अतरो फोरो वेग्यो हो के एक फोरा जनावर जतरोक वेग्यो हो। वो वीं भूत ने पकड़न साल का पल्ला में बान्द नाक्यो हो। अन वाँ दोयाँ ने जगाया हा अन वाँ वींने क्यो के ईने कस्यान पकड़यो, वीं क्यो के ईने रीस घणी अई ही ईं बाते यो फोरो वेग्यो अन में ईने पकड़ लिदो हो। वो वाने क्यो के रीस मूँ मनक की सगती जाती रेवे, ईं बाते थाँकी बी परीगी अन वीं भूत की मनक घमा नाकी ही।
परसन-1. वे तीनी कटे जान रात रया अन वाँकाणी कई सल्ला किदी ही?
पेला अन दूजा मनक को भूत कई किदो हो?
तीजे मनक वीं भूत ने कस्यान कबजा में लिदो हो?
ई केणीऊँ भणबा वाळा मनकाँ ने कई अकल मले लिको–