एक दाण एक मनक बाळपणा मूँ वो मोट्यार व्यो, तो वो चालतो हो तो जमीं पे वींका पगाँ का हेदाण के हण्डे एक जणा का ओर पगाँ का हेदाण नजर आता हा। पण वो भुडो व्यो, तो वींने वे दूजा हेदाण नजर आता बन्द वेग्या हा। अन एक दन वो मरग्यो हो। मरबा का केड़े वो भगवान का नके ग्यो, तो वीं भगवान नें पूछ्यो के जटा तक मूँ मोट्यार हो, उटा तक तो मने मारा पगाँ के लारे एक ओरी पगाँ का हेदाण मण्ड्या तका रेता हा। पण मारा भूडो वेबा केड़े वे दूजा पगाँ का हेदाण मने नजर आता बन्द वेग्या हा। जदी भगवान बोल्या के बेटा वे मारा पगाँ का हेदाण मण्ड्या तका रेता हा। पण वीं मनक क्यो के होकम जदी मने थाँकी जरूत भूडापा में पड़ी तो थाँ मारो हण्डो काँ छोड दीदो हो। जदी भगवान क्यो के जणी दाण थूँ चाल ने सकतो हो, तो मूँ थने मारा खान्दा पे उटान चालतो हो ज्यूँ। पचे वीं मनक ने नंगे पड़ी, वीं क्यो के मने माप कर दो परभु मने नंगे ने ही के थाँका हर दाण मारे हण्डे रेता हा।
प्रसन-1. वो मनक चालतो हो, तो वींके हण्डे ओर कई नजर आता हा?
2. भूडापा में वींने वे पग हण्डे चालता नजर आता के ने आता हा?
3. भगवान के नके ग्यो वीं दाण वींने भगवान कई क्यो हो?
ईं केणीऊँ भणबा वाळा मनकाँ ने कई अकल मले लिको —