एक राजा हा, वाँका बाळक ने एक फोरीक गलती मूँ देस निकाळो दे दिदो हो। वे राजा वाँका बाळक ने देस निकाळो देन आरामऊँ रेबा लागा हा। राजा धीरे-धीरे भूडा वेबा लागा। राजा ने वाँका बाळक की हर आबा लागी ही। राजा वाँका बाळक का बना ने रे सकता हा। राजा आया अन वे वाँका बाळक की फोरीक गलती पे पछताबा लागा हा। राजा वाँका राज दरबार्यां ने होकम दिदो, के जावो अन बाळक ने हमाळन लावो। हारई मनक बाळक ने हमाळबा ने जातार्या हा। पण वाँने कटे हमाळे, जिका कई हमच्यार वेवे तो हमाळ लावे। अन राजा को बाळक एक गाम में माँग खार्यो हो अन कुई रोटी देवे कन कुई ने देवे पण वो उटे माँग खार्यो हो। राजा को एक मनक घोड़ा पे बेटो अन वीं बाळक का मुण्डा आगे आग्यो, तो वींने बाळक हेन्दो-हेन्दो लागो। वीं, वीं बाळक ने ओळक लिदो हो अन वो वीं बाळक का पगाँ में पड़ग्यो। बाळक ने गाम का मनक देकन वाँका नकूँ मापी माँगबा लागा हा। राजा को बेटो गाम का मनकाँ ने देक बी नेर्यो हो अन वाँने वाँकी बात वींने हुणारी ही। काँकी वी मनक पेल्याँ वींने दाणा बी ने गालरया हा। ईं बाते मनकाँ की टेम बदलबा मूँ कई टेम ने लागे। अन टेम-टेम को मोल हे।
परसण -1. राजा वाँका बाळक ने देस निकाळो काँ दिदो हो?
राजा ने कींकी हर अई अन वाँ कई किदो हो?
राजा का मनक ने बाळक कई करतो तको लादयो अन वीं पचे कई किदो हो?
ईं केणीऊँ भणबा वाळा बाळकाँ ने कई अकल मले लिको —