काळ
काळ आवे जणी दाण ध्यान बी नी पड़े।
भूका नार की ज्यूँ उपरे पड़े।
मरणो मनक को हव लागे रण में।
गाजर मूळा के जस्यान नी मरणो रण में।
मरबा का कई गाडा नी जोत राक्या।
काळ तो सब जगाँ रेवे ताक्या का ताक्या।
दुक देके वो इज मनक माचा में पड़्यो हड़े।
काळ आवे जणी दाण ध्यान बी नी पड़े।