आज दूद ने बेंचबा लागा
आज का मनक दूद ने डेरी पे बेंचवा लागा।
दूद बना पाणी राके आज का लोग बागा।
दूद ढाण्डा को निकाळे डेरी पे दियावे।
दूद ने देन डेरी पूँ रिप्या लियावे।
छोरा-छाबरा आज दूद बना वेग्या।
काँकी ढाण्डा का दूद ने तो डेरी वाळा लेग्या।
पेल्याँ का मनक घी दूद में चळू करता हा।
काँकी वे मनक दूद ने घरे ईज राकता हा।
घी तो आज का बाळक टाबर देके बी कोनी।
बना रिप्या वाळा घी दूद खावे बी कोनी।