बना थे जईज्यो समन्दा पार पडळा लाज्यो वो -२
बना थे रेग्‍या गढ पर रात थे मोड़ा आया ओ – २
बना थाँने हीरा केऊँ के लाल नणद रा बीरा ओ – २
बना थाँरे मुण्‍डा में पाका पान बतीसी खोलो ओ – २
बना थे जईज्यो ने समन्दा पार गेणा लाज्यो ओ - २
बना थे रेग्‍या गढ पर रात थे मोड़ा आया ओ – २
बना थाँने हीरा केऊँ के लाल नणद रा बीरा ओ – २
बना थाँरे हाता में हरिया रुमाल हंसकर बोलो ओ – २
बना थाँरे मुण्‍डा में पाका पान बतीसी खोलो ओ – २
बना थे जईज्यो समन्दा पार डोळ्डा लाज्यो वो -२
बना थे रेग्‍या गढ पर रात कुण भीलमाया ओ २