चालो रा बनाजी आपाँ कुमार्या के चालाँ जी-२,
कळस्या तो मूँगा वेग्या पाचा चालो रे… सोहन बनड़ा॥१॥
कूड़ा में कबूतर बोले वन में बोले सुओ जी,
आम्बे बेटी कोयल बोली अमर रिज्यो जी… सोहन बनड़ा॥२॥
चालो रा बना जी आपाँ जोसिड़ा के चालाँ जी,
डोळ्डा तो मूँगा वेग्या पाचा चालो रे… सोहन बनड़ा॥३॥
कुड़ा में कबूतर बोले वन में बोले सुओ जी,
आम्बे बेटी कोयल बोली अमर रिज्यो जी… सोहन बनड़ा॥४॥
चालो रा बना जी आपाँ भाणीड़ा के चालाँ जी,
पडळा तो मूँगा वेग्या पाचा चालो रे… सोहन बनड़ा॥५॥
कुड़ा में कबूतर बोले वन में बोले सुओ जी,
आम्बे बेटी कोयल बोली अमर रिज्यो जी… सोहन बनड़ा॥६॥
चालो रा बना आपाँ सोनिड़ा के चालाँ जी,
गणला मूँगा वेग्या पाचा चालो रे… सोहन बनड़ा॥७॥
कुड़ा में कबूतर बोले वन में बोले सुओ जी,
आम्बे बेटी कोयल बोली अमर रिज्यो जी… सोहन बनड़ा॥६॥