पेदल चालूँ तो कंकर लागे ओ नादान बनड़ा॥टेर॥
कंकर लागे तो चम्पल लादूँ ए नादान बनड़ी-२,
चम्पल लाओ तो धूळो उडे जी नादान बनड़ा।
पेदल चालूँ तो कंकर………॥१॥
धूळ उडे तो गूँगट काडो ए नादान बनड़ी-२,
गूँगट काडूँ तो गरमी लागे ओ नादान बनड़ा।
पेदल चालूँ तो कंकर………॥१॥
गरमी लागे तो फंका लादूँ ए नादान बनड़ी-२,
फंका लाओ तो बाल उडे ओ नादान बनड़ा।
पेदल चालूँ तो कंकर………॥१॥
बाल उड़े तो कलिप लादूँ ए नादान बनड़ी-२,
कलिप लाओ तो हाड़ी फाटे ओ नादान बनड़ा।
पेदल चालूँ तो कंकर………॥१॥
हाड़ी फाटे तो ओरी लाऊँ ए नादान बनड़ी-२,
ओर लाओ तो सासू लड़े ओ नादान बनड़ा।
पेदल चालूँ तो कंकर………॥१॥