तर्ज– उण्डा - उण्डा खादरा में नोपताँ बाजे
ढोल नंगारा नोपत बाजे संख धड़ुके,
घाटा वाळी के घाटा में मोटी धजा फड़ुके ॥
खरधर खांडे धार खादरा घाटो चढ़के,
जबर जोत ले बेटी जोगणी नीचे बड़के ॥ ढोल॥
चक्कर चाले चण्डी थारा च्यार खूँट धड़के,
देसाँ विदेसाँ डाको थारो केहरिया कड़के ॥ ढोल॥
खळाँ उपरे सगती थारो खाण्डो खड़के,
दानवाँ री देवी मइयाँ मुण्ड्याँ मड़के ॥ ढोल॥
पाप्याँ केरा बादळ आया छाया अड़के,
कलिकाळ का बायरा में "भेरया" भड़के ॥ ढोल॥