ठुमक ठुकम कर चाल भवानी ले हाताँ तलवार
भवानी मारी जगतम्बा॥
अब दुरबल के हलकारे भवानी आवज्यो ये - - - - -॥
गेर गुमारो पेर घाघरो, ओडण दकणी रो चीर,
भवानी मारी जगतम्बा॥
झाँझर रे झणकारे भवानी आवज्यो ये - - - -।
अब कसणो काँकण बान्द गळा में, ले नो लख रो हार,
भवानी मारी जगतम्बा॥
ए हाताँ में बाजूबन्द मेयाँ पेर लो ये - - - - - ।
ठुमक ठुमक कर - - - - - -।
थारी रे माता करुँ चाकरी जनम जनम के माय
भवानी मारी जगतम्बा
ए सिंह पे छडी ने माता आवज्यो ऐ - - - - ।
अरज करू चरणा में मेया, में चरणा रो दास
भवानी मारी जगतम्बा।
अरजून की अरदास भवानी सामलो ऐ - - - - ।
ओ ठुमक ठुमक - - - - -॥