मेवाड़ी गीत

डस ग्यो रे काळो नाग

डस ग्यो रे काळो नाग, खाग्यो रे काळो नाग।
उबी देवळ्‍ये भेरुँ अरज करुँ ओ राम॥
काळा की खादी ओ राम, कूँकर रे उगले ओ राम।
देवळ के दुआरे, कदकी हुतीओ भेरुँनात॥

चालो विनायक आपाँ जोसीजी के चालाँ

चालो विनायक आपाँ जोसीजी के चालाँ,
बनड़ी का लगन लिकावाँ ओ मारो बिरद विनायक
बिरद विनायक देव विनायक मारो देव विनायक,
ओछी पिण्ड्याँ को कामणगारो रे, मारो…॥

चालो ओ बनाजी आपाँ कुमार्या के चालाँ

चालो रा बनाजी आपाँ कुमार्या के चालाँ जी-२,
कळस्या तो मूँगा वेग्या पाचा चालो रे… सोहन बनड़ा॥१॥
कूड़ा में कबूतर बोले वन में बोले सुओ जी,

पेदल चालूँ तो कंकर लागे रे नादान बनड़ा

पेदल चालूँ तो कंकर लागे ओ नादान बनड़ा॥टेर॥
कंकर लागे तो चम्पल लादूँ ए नादान बनड़ी-२,
चम्पल लाओ तो धूळो उडे जी नादान बनड़ा।
पेदल चालूँ तो कंकर………॥१॥

थें तो कुणी जी का संग में आया जी बना

थें तो कुणी जी का संग में आया जी बना,
थें तो कुणी के भरोसे घर छोड्या जी बना॥टेर॥
में तो जामी जी का संग में आयो ए बनी-2,
में तो माता बई रे भरोसे घर छोड्या ए बनी।।

काळ्यो कूद पड़्यो मेळा में

अर र र र र… काळ्यो कूद पड़्यो मेळा में, सइकल पंचर कर ल्यायो-2…।
अर र र र र… बाजा बाज रिया डूंगर में-2 छोरी थने लेबाळो आयो… अर र र र र।
अर र र र र… काळ्यो कूद……॥ 1

गजानंद जी को गीत

कोटा की गादी पे नोबत बाजे, नोबत बाजे अन्दर गढ गाजे।
झरण-झरण झालर बाजे ओ गजानंद, कोटा की गादी पे नोबत बाजे॥ 1
चालो गजानंद जोसीड़ा के चालाँ, आछा-आछा लगन कडावाँ ओ गजानंद।

आछी रे आछी साड़्‍याँ मारी लाल बनी ने सोवे ओ

आछी रे आछी साड़्‍याँ मारी लाल बनी ने सोवे ओ। 2
कोयल बनी ने सोवे ओ। 2
आप चितारो बनी बना ने चाले हिचकी। 2
बनड़ी रो नाम लेता ढबजावे हिचकी। 2