एक मनक भाटा पाड़बा को काम करतो हो, पण वो वींका काम मूँ राजी ने हो, वींकी नजराँ में वो काम हुदो कोइने हो। वो होचबा लागो के आपाँ ईंऊँ ओरी हऊ काम कर सकाँ। एक दन वो भाटा पाड़बा को काम करबो बन्द कर दीदो अन नोकरी के बाते नीकळग्यो। वो नोकरी के बाते एक बोपारीऊँ जान मल्यो। बोपारी के घरे जान वीं देक्यो अन क्यो के हे भगवान अस्यो घर मारे बी वेतो अन अतरा रिप्या वाळो मूँ बी वेतो तो कतरो हऊ रेतो। भगवान वींकी हुण लीदी अन वो एक मोटो बोपारी बणग्यो। दन नीकळता ग्या, एक दन वीं राज का राजा को मन्तरी राज को सुक चेन देकबा नीकळ्यो हो। वीं देक्यो के वो मन्तरी एक दूजा बोपारी के घरे ग्यो, वो बोपारी दरपतो तको वीं मन्तरी के पगाँ में पड़ग्यो। अस्यान देकन बोपारी देक्यो के यो मन्तरी कतरो जोर को हे। भगवान मने बी मन्तरी बणातो तो कतरो हऊ रेतो हो। वीं दाण बी भगवान वींकी हुण लीदी ही अन वो मोटो मन्तरी बी बणग्यो हो। मन्तरी वणबा के केड़े वींने बी रोज राज के चक्कर लगाणा पड़ता हा। एक दन कळ-कळती दोपेरी में दनबावजी जोर का तपर्या हा, वीं मन्तरी बण्ये तके मनक होच्यो के दन बावजी गणा जोरका हे। अन वो दन बावजी बणबा की होची। भगवान वींने दन बावजी बी बणा दीदा हा। सूरज बणबा के केड़े वीं होच्यो के ये बादळा दन की करणा ने बी रोक देवे, तो ये हेला जोर में हे। वीं भगवान मूँ बादळा बणबा की परातना कीदी। तो भगवान वींने बादळो बणा दीदो। वींका केड़े वींने बइरो हेलो जोर में लागो तो भगवान वींने बइरो बणा दीदो हो अन पचे वीं मनक ने साट हऊ लागी ही,तो भगाबान वींने साट बणा दीदी ही, एक दन वीं देक्यो के एक मनक साट ने काटबा ने छीणी-हत्तोड़ो लेन आयो। सायद वो ईं साट ने काटबा नेइस आर्यो हो। अबे वींके हमज में आई के कई बी काम कदी पूरो नी वेवे। सब मनक आपणा – आपणा काम में हल्ले लागा तका हे। आपाँकी अकल अन गुण ने काम में लेन काम करणो छावे। अन वीं पाछी मनक बणबा की भगवान मूँ परातना कीदी ही तो भगवान वींने पाचो मनक बणा दीदो हो। पाचो वींके गाम में जान भाटा पाड़बा को काम करबा लागग्यो हो।