डस ग्यो रे काळो नाग, खाग्यो रे काळो नाग।
उबी देवळ्ये भेरुँ अरज करुँ ओ राम॥
काळा की खादी ओ राम, कूँकर रे उगले ओ राम।
देवळ के दुआरे, कदकी हुतीओ भेरुँनात॥
आओ भदेरीया स्याम, आओ बिनोता स्याम।
जेर छूँको कुल्ला फेंक दो नात॥
गेलो दुदा रो आर, छोड़ो दारु की धार।
पिदी प्याला दुकड़ा मेटो रे भेरुँनात॥
माने मत मारो राम, जेर ने जाड़ो राम।
सोना चाँदी का थारे छतर छडावूँ नात॥
बाजे नंगारा ढोल, भेरु जी थाँकी पोळ।
बाजे नंगारा ढोल, भेरु जी थाँकी पोळ॥
गावे काळू हेलो सामळो वो राम।
डस ग्यो रे काळो नाग, खा ग्यो रे काळो नाग॥
उबी देवळ्ये भेरुँ अरज करुँ ओ राम।